Viplav Vikas | Bharatiya Thought Leader | Author | Columnist

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Communism
सामाजिक पूंजी और षड्यंत्रकारी नक्सली एजेंडा

सामाजिक पूंजी और षड्यंत्रकारी नक्सली एजेंडा

2025-05-25 विप्लव विकास
कम्युनिस्टों ने आदिवासी क्षेत्रों में सामाजिक पूंजी का निर्माण एक सुनियोजित रणनीति से किया। जहाँ सरकार की मौजूदगी कम थी, वहाँ माओवादियों ने समानांतर 'जनताना सरकार' स्थापित की, सड़क, स्कूल, अस्पताल और सुरक्षा जैसी बुनियादी सुविधाओं के स्थान पर अपना ढांचा खड़ा किया।
नक्सलवाद के विरुद्ध नागरिक चेतना की निर्णायक भूमिका

नक्सलवाद के विरुद्ध नागरिक चेतना की निर्णायक भूमिका

भारत की आंतरिक सुरक्षा पर जब भी विमर्श होता है, हमारी चेतना प्रायः पाकिस्तान-प्रायोजित आतंकवाद की ओर जाती है। पुलवामा, उरी और पहलगाम जैसे घटनाक्रम स्मृति में उभर आते हैं। किंतु अंधेरे में छिपा एक ऐसा रक्तपात है, जो आँकड़ों में आतंकवाद से कहीं आगे है, नक्सलवाद। विगत दो दशकों में नक्सली हिंसा ने लगभग 12,000 से अधिक आम नागरिकों और 3,000 से अधिक सुरक्षाबलों की जान ली है।
मातृशक्ति का भारतीय दृष्टिकोण: नारीवाद या समाज में बंटवारा?

मातृशक्ति का भारतीय दृष्टिकोण: नारीवाद या समाज में बंटवारा?

एकतरफा विमर्श के कारण पुरुषों को उत्पीड़क और महिलाओं को पीड़ित दिखाया जा रहा है, जिससे समाज में असंतुलन बढ़ रहा है। हमें यह समझना होगा कि नारी केवल "पुरुष-विरोधी" नहीं, बल्कि समाज को संवारने वाली शक्ति है।

चंगाई सभा वंचितों के ईसाईकरण का षड्यंत्र है

चौराहे पर चुम्मा क्रांति  : कीस आफ लव

Book Reviews
Book Reviews : Nine Rupees an Hour' By Aparna Karthikeyan

Book Reviews : Nine Rupees an Hour' By Aparna Karthikeyan

2024-11-23 Viplav Vikas
Beyond a Mere Book Review: A Journey into Rural Realities.
Book Review : Hindus in Hindu Rashtra by Dr. Anand Ranganathan

Book Review : Hindus in Hindu Rashtra by Dr. Anand Ranganathan

Step into the illuminating world of the book review for "Hindus in Hindu Rashtra." I'm embarking on a journey of enlightenment, challenging conventional norms, and unraveling narratives that frequently linger in obscurity. Today, I extend my heartfelt greetings as I delve into an in-depth exploration – a thought-provoking review of Dr. Anand Ranganathan's impactful work, “Hindus in Hindu Rashtra.”
Book Reviews : Third Way by Dattopant Thengadi Ji

Book Reviews : Third Way by Dattopant Thengadi Ji

Ever wondered about a whole new way to see our world's problems? Dive into "Third Way" by Dattopant Thengadi Ji. It's like discovering a secret path through a dense forest of ideas—ancient wisdom meets today's challenges. Join us on this adventure where the past meets the present, and the future gets a whole new outlook! Ready to explore?
Sangh
बांग्लादेश की स्वाधीनता और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ

बांग्लादेश की स्वाधीनता और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ

2024-12-15 विप्लव विकास
विजय दिवस के अवसर पर जब हम बांग्लादेश की स्वाधीनता की गाथा का स्मरण करते हैं, तब यह आवश्यक हो जाता है कि हम संघ के उन मौन तपस्वियों के त्याग और कर्तव्यनिष्ठा को नमन करें, जिन्होंने युद्धकाल में राष्ट्र की आवश्यकताओं को आत्मसात कर अपने राष्ट्रीय दायित्वों का अद्वितीय निर्वहन किया।
बांग्लादेश की आज़ादी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ

बांग्लादेश की आज़ादी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ

1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में भारत का पूर्वी हिस्सा, पश्चिम बंगाल सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ। पूर्वी पाकिस्तान शरणार्थीयों का आना तो प्रत्यक्ष युद्ध की घोषणा से बहुत पहले ही प्रारंभ हो चुका था। और इस असहाय जन समूह तथा पीड़ित मानवता की सहायता के निमित्त संघ के स्वयंसेवकों का सेवा कार्य भी तभी से प्रारंभ हो गया। स्वयंसेवकों के योगदान और युद्ध के समय उनके द्वारा किए गए कार्यों पर ये लेख पढ़ें।
Columns
स्व-तंत्र विकास का संकल्प दिवस हो

स्व-तंत्र विकास का संकल्प दिवस हो

2025-01-26 विप्लव विकास
स्व-तंत्र विकास का अर्थ है व्यक्तिगत और सामूहिक स्तर पर भारतीय स्वत्त्व के आधार पर सार्विक आत्मनिर्भरता की प्राप्ति। यह केवल आर्थिक आत्मनिर्भरता नहीं, बल्कि मानसिक, शैक्षिक, सांस्कृतिक और तकनीकी स्वतंत्रता का भी पर्याय है। आज भारत डिजिटल युग में प्रवेश कर चुका है, परंतु क्या यह डिजिटल तंत्र हमारा है? क्या हमारी जनता को भारतीय ‘सर्च इंजन’, ‘सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म’ मिला है?
राहुल गाँधी: प्रासंगिकता की अंधी गली में भटकाव

राहुल गाँधी: प्रासंगिकता की अंधी गली में भटकाव

राहुल गांधी ने अपने भाषण में भारतीय राज्य के खिलाफ लड़ने का जो आह्वान किया, वह किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था में अकल्पनीय है। यह न केवल उनकी खतरनाक मानसिकता को दर्शाता है, बल्कि सिद्ध करता है कि वे अपनी राजनीतिक विफलताओं का दोष भारतीय लोकतांत्रिक व्यवस्था पर मढ़ रहे हैं। एक ऐसा नेता, जो स्वयं जनता के बीच अपनी जगह बनाने में असफल रहा है, वह भारतीय राज्य से लड़ने की बात करता है।
स्वामी विवेकानंद और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम

स्वामी विवेकानंद और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम

राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर, हमें स्वामी विवेकानंद को केवल स्मरण नहीं करना चाहिए, बल्कि उनके विचारों को आत्मसात करने का भी प्रयास करना चाहिए। उनका जीवन और उनके विचार हमें यह सिखाते हैं कि जब तक हमारे भीतर साहस, संकल्प और सेवा की भावना जीवित है, तब तक कोई भी शक्ति हमें अपने लक्ष्यों से विचलित नहीं कर सकती। स्वामी विवेकानंद भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के वह अप्रत्यक्ष सूत्रधार थे।

कॉमरेड! बांग्लादेशी हिंदू नरसंहार पर आपकी चुप्पी क्यों?

बेलडांगा कांड: पश्चिम बंगाल के जनसांख्यिकीय परिवर्तन की एक गंभीर चेतावनी

Viplav Uvach
भारत में हवाई यातायात कैसे नियंत्रित होता है?  पूरी कहानी यहां है

भारत में हवाई यातायात कैसे नियंत्रित होता है? पूरी कहानी यहां है

2025-02-11 विप्लव विकास
How Bharatiya Air Traffic is Controlled? How Pilots communicate With ATC? click here to know more about this.
इस वर्ष का सबसे बड़ा मजाक: बांग्लादेश बना द इकोनॉमिस्ट का 'कंट्री ऑफ द ईयर'

इस वर्ष का सबसे बड़ा मजाक: बांग्लादेश बना द इकोनॉमिस्ट का 'कंट्री ऑफ द ईयर'

"जानिए क्यों 'The Economist' द्वारा बांग्लादेश को 'कंट्री ऑफ द ईयर' का खिताब देने की हकीकत विवादित है। पढ़ें वास्तविकता, आँकड़े, और अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार की पूरी कहानी। कुछ लोगों ने तो इसे Joke of the year कह दिया है। विप्लव उवाच में विप्लव की टिपण्णी आपकी प्रतीक्षा कर रही है।
वैश्विक पर्यावरण पर क्रिसमस के प्रभाव की थोड़ी चर्चा

वैश्विक पर्यावरण पर क्रिसमस के प्रभाव की थोड़ी चर्चा

आइए इस साल का क्रिसमस एक नए संकल्प के साथ मनाएं—"धरती को हरित और खुशहाल बनाने का।" यह संकल्प न केवल हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए तोहफा होगा, बल्कि असली त्योहारी खुशी भी तभी होगी, जब हम अपने पर्यावरण के साथ सामंजस्य बिठाकर जिएं।

चौराहे पर चुम्मा क्रांति  : कीस आफ लव

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